मेरे दिल की जो आवाज है
हर पल जो मेरे साथ है
चाहे कोई इसे सुने न सुने
में इसे जरुर सुनती हूँ
किसी और से कुछ बोलू न बोलू
इससे बैठकर दो बाते जरुर करती हूँ
पल दो पल ही सही लगता है कोई साथ तो है
किसी को मेरे साथ का एहसास तो है
Wednesday, October 10, 2012
बहा था जो सैलाब जनाजे में मेरे
जला था कभी वो मेरी जिंदगी देखकर
बस एक छोटीसी
उड़ान की कमी है
एक छोटी मुस्कान
की कमी है
इस काली अँधेरी रात में
बस एक चाँद की कमी है